मंगलवार, 25 जुलाई 2017

सपने में सेक्‍स करने का ये होता हैं मतलब…


क्‍या आपको यौन क्रियाओं के स्‍वप्‍न आते हैं? क्‍या आप सपने में किसी से यौन संबंध स्‍थापित करते हुए देखते हैं? या फिर सपने में यौन गतिविधियों में शामिल होने पर आपका वीर्य स्‍वत: प्रवाहित हो जाता है? अगर हां, तो घबराने की बात नहीं है। ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है। लेकिन कई बार आपके सपने आपके व्‍यवहार के विपरीत आते हैं, जिस कारण आप तनाव में पड़ सकते हैं। जैसे यदि आप समलैंगिकता से घृणा करते हैं, फिर भी आप सपने में देखते हैं, कि आप समलैंगिक संबंध स्‍थापित कर रहे हैं। कई लोग ऐसे सपनों से परेशान हो जाते हैं, वहीं कई ऐसे भी होते हैं, जा जीवन के इस दौर को खुलकर एंज्‍वॉय करते हं। लेकिन प्रश्‍न यह है कि आखिर सेक्‍सुअल ड्रीम्‍स यानी सेक्‍स के सपने हमें क्‍यों आते हैं। असल में हमारे अवचेतन मन में दिन भर विभिन्‍न प्रकार की गतिविधियां होती रहती हैं। जिसके कारण हमें ऐसे सपने आते हैं। मनुष्‍य जितने भी काम करता है, उसमें सेक्‍स उसके मन पर सबसे शक्तिशाली प्रभाव डालता है। सपने जो आपकी सोच बताएं ऐसे में यदि आप कोई भी काम करते वक्‍त सेक्‍स के बारे में सोचते हैं, या फिर किसी स्‍त्री को देखकर आपके मन में यौन संबंधी खयाल आते हैं, तो जाहिर है उसका प्रभाव आपके मस्तिष्‍क पर जरूर पड़ता है। चूंकि सपनों को हम सेंसर नहीं कर सकते इसलिए वही बातें सपने में आना कोई बड़ी बात नहीं है। वैज्ञानिकों के मुताबिक हम सोते वक्‍त सपने में वही देखते हैं, जो हम जागते वक्‍त सोचते हैं। इसके विपरीत कुछ ऐसे सपने भी हैं, जो आपके अंदर सेक्‍स की प्रवृत्ति को दर्शाते हैं। वो ऐसे कि यदि कोई पुरुष सपने में कोई बड़ी टननेल, सबवे या फिर गहरी खाई देखते हैं तो निश्चित तौर पर वे सेक्‍स के प्रति काफी रुझान रखते हैं। सेक्‍स के प्रति गहराई से सोचते भी हैं। इसी प्रकार सेक्‍स के प्रति ललक रखने वाली स्त्रियों को सपने में अकसर रॉकेट, सिगार या कोई ऊंची चिमनी दिखाई देती है। सपने में रति-निष्पत्ति आमतौर पर पुरुषों में यह बात आम है, कि सपने में वे सेक्‍स के चरम आनंद पर पहुंच जाते हैं और उसी दौरान उनका वीर्य प्रवाहित हो जाता है। ऐसा महिलाओं के साथ भी होता है। स्त्रियां इस बारे में बहुत काम बात करती हैं। ऐसा उन्‍हीं स्त्रियों के साथ होता है, जो सेक्‍स के प्रति हाईली चार्ज होती हैं। यानी जिनके अंदर सेक्‍स करने की ललक बहुत अधिक होती है। सेक्‍स से भरे सपने के दौरान ऐसी स्त्रियां चरम पर पहुंच जाती हैं। और नींद में ही उनकी ऊर्जा प्रवाहित हो जाती है। वहीं पुरुषों में ऐसा सबसे ज्‍यादा किशोरावस्‍था में होता है। सपने में किसी स्‍त्री से सेक्‍स करते वक्‍त जब उत्‍तेजना अपने चरम पर पहुंच जाती है, तब वीर्य प्रवाहित हो जाता है। ज्‍यादा तर लोग इसे स्‍वप्‍नदोष, कामुक सपने, गीले सपने, आदि कहते हैं। पुरुषों के साथ सबसे बड़ी समस्‍या यह है कि गीले सपने के दौरान अधिक मात्रा में वीर्य निकलता है। जिस कारण बेड की चादर गंदी हो जाती है। क्‍या कहते हैं सेक्‍सोलॉजिस्‍ट सेक्‍सोलॉजिस्‍ट की मानें तो ऐसे सपनों को लेकर परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। युवा अवस्‍था में लोग अपने दोस्‍तों और साथियों से सुनते हैं कि गीले सपने आने से वीर्य का प्रवाह स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक है। इससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इससे कमजोरी आती है। आंखें अंदर धंस जाती हैं। इससे उम्र कम होती है… लेकिन सही मायने में यह सब बातें पूरी तरह निराधार हैं। ऐसा कुछ भी नहीं होता। असल में गीले सपने शरीर की एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया है, जो हारमोंस के बढ़ने पर होती है। ठीक उसी प्रकार जिस तरह महिलाओं में मासिक धर्म होता है। सपने में आप चाहे सेक्‍स करते हुए देखें, या फिर यौन संबंध स्‍थापित करते हुए। चाहे ही आप सेक्‍स के चरम तक पहुंच जाए। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। यदि आप इस प्रकार के सपनों से वाकई में बहुत परेशान हैं, तो आप चिकित्‍सक की सलाह ले सकते हैं। हालांकि इसके पीछे मनोवैज्ञानिक कारण ज्‍यादा प्रभावी होते हैं, न कि शारीरिक। यही कारण है कि किशोरावस्‍था पूरी करने के बाद अपने आप ही गीले सपने आना बंद हो जाते हैं। उसका मुख्‍य कारण यही है कि आमतौर पर व्‍यक्ति इस अवस्‍था में ही सेक्‍स के बारे में सबसे ज्‍यादा सोचता है और आकर्षित होता है। जब जिम्‍मेदारियां बढ़ती हैं और ध्‍यान दूसरी ओर लग जाता है, तो अपने आप ऐसी प्रतिक्रियाएं बंद हो जाती हैं।

शुक्रवार, 21 जुलाई 2017

Motivational story


एक बडी कंपनी के गेट के सामने एक प्रसिद्ध समोसे की दुकान थी, लंच टाइम मे अक्सर कंपनी के कर्मचारी वहाँ आकर समोसे खाया करते थे। एक दिन कंपनी के एक मैनेजर समोसे खाते खाते समोसेवाले से मजाक के मूड मे आ गये। मैनेजर साहब ने समोसेवाले से कहा, "यार गोपाल, तुम्हारी दुकान तुमने बहुत अच्छे से maintain की है, लेकीन क्या तुम्हे नही लगता के तुम अपना समय और टैलेंट समोसे बेचकर बर्बाद कर रहे हो.? सोचो अगर तुम मेरी तरह इस कंपनी मे काम कर रहे होते तो आज कहा होते.. हो सकता है शायद तुम भी आज मैंनेजर होते मेरी तरह.." इस बात पर समोसेवाले गोपाल ने बडा सोचा, और बोला, " सर ये मेरा काम अापके काम से कही बेहतर है, 10 साल पहले जब मै टोकरी मे समोसे बेचता था तभी आपकी जाॅब लगी थी, तब मै महीना हजार रुपये कमाता था और आपकी पगार थी १० हजार। इन 10 सालो मे हम दोनो ने खूब मेहनत की.. आप सुपरवाइजर से मॅनेजर बन गये. और मै टोकरी से इस प्रसिद्ध दुकान तक पहुँच गया. आज आप महीना ५०,००० कमाते है और मै महीना २,००,००० लेकिन इस बात के लिए मै मेरे काम को आपके काम से बेहतर नही कह रहा हूँ। ये तो मै बच्चों के कारण कह रहा हूँ। जरा सोचिए सर मैने तो बहुत कम कमाई पर धंधा शुरू किया था, मगर मेरे बेटे को यह सब नही झेलना पडेगा। मेरी दुकान मेरे बेटे को मिलेगी, मैने जिंदगी मे जो मेहनत की है, वो उसका लाभ मेरे बच्चे उठाएंगे। जबकी आपकी जिंदगी भर की मेहनत का लाभ आपके मालिक के बच्चे उठाएंगे। अब आपके बेटे को आप डाइरेक्टली अपनी पोस्ट पर तो नही बिठा सकते ना.. उसे भी आपकी ही तरह जीरो से शुरूआत करनी पडेगी.. और अपने कार्यकाल के अंत मे वही पहुच जाएगा जहाँ अभी आप हो। जबकी मेरा बेटा बिजनेस को यहा से और आगे ले जाएगा.. और अपने कार्यकाल मे हम सबसे बहुत आगे निकल जाएगा.. अब आप ही बताइये किसका समय और टैलेंट बर्बाद हो रहा है ?" मैनेजर साहब ने समोसेवाले को २ समोसे के २० रुपये दिये और बिना कुछ बोले वहाँ से खिसक लिये.......

मंगलवार, 18 जुलाई 2017

Mohd Javed Swimmer


राहें बदले या बदले वक्त, हम तो अपनी मँजिल पायेंगे, जो समझते है खुद को बादशाह, एकदिन उसे अपने दरबार में जरूर नचायेगे।।।

रविवार, 16 जुलाई 2017

Real & important story


रुला देगी ये स्टोरी जरूर पढ़ें। story अच्छी लगे तो जरूर like करे Plz Read: वह एक गरीब लड़की थी। उसके पिता किसी दुकान पर मजदूरी करते थे और मां घरों में चौका बरतन। वह अपने मां-बाप की इकलौती लड़की थी, इसलिए उन्होंने उसे बड़े लाड प्यार से पाला था। वे चाहते थे कि वह पढ़ लिख कर बड़ी आदमी बने, जिससे उसे गरीबी में दिन न गुजारने पड़ें। जब उसने गांव के स्कूल से 10वीं का इक्ज़ाम पास किया, तो बहुत खुश हुई। मां-बात ने किसी तरह पैसोें का जुगाड़ करके गांव से 8 किमी0 दूर के कस्बे में उसका इंटर कॉलेज में नाम लिखा दिया। वह साइकिल से स्कूल जाने लगी। इस तरह से उसकी जिंदगी आगे बढ़ने लगी। लेकिन एक दिन उसकी जिंदगी में एक नया मोड़ आया। स्कूल से निकलते वक्त एक लड़का बाइक लेकर उसके पास आया और धीरे से बोला- अगर आप बुरा न मानें तो मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूं। लड़की उस लड़के को अक्सर रास्ते में देखा करती थी। जब भी वह स्कूल आती और स्कूल से जाती, वह लड़का सडक के किनारे खड़ा उसे निहारा करता। पहले शुरू में तो उसे यह सब अच्छा नहीं लगा, लेकिन धीरे-धीरे वह भी उसे अच्छा लगने लगा था। इसलिए जब उस लड़के ने कहने की अनुमति मांगी, तो उसने धीरे से सिर हिलाकर अनुमति दे दी। उस लड़के ने अपनी शर्ट की जेब से एक गुलाब की कली निकाल कर उसके हाथ में रख दी और उसकी मुटठी बंद करते हुए बोला- ''मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं। उठते-बैठते, सोते जगते हर समय बस तुम्हारे बारे में सोचा करता हूं। मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लगता है....'' लड़का और भी बहुत कुछ कहना चाहता था, पर लड़की ने धीरे से उसके होठों पर अपना हाथ रख कर उसके प्यार का इकरार कर लिया। इस तरह उन दोनों में बात-चीत की शुरूआत हो गयी। लड़का रोज उसके लिए कोई न कोई गिफ्ट लाता और उसके लिए जीने मरने की कसमें खाता। उसकी बातें सुनकर लड़की दीवानी हो जाती और ख्वाबों की दुनिया में खो जाती। एक दिन वह लड़का उस लड़की को अपनी बाइक पर घुमाने ले गया। दोनों लोग नदी के किनारे पहुंचें और घास पर बैठ कर बातें करने लगे। लेकिन लड़के की मंशा तो कुछ और थी। लेकिन प्यार में अंधी हो चुकी वह लड़की उसकी मंशा समझ नहीं पाई और उसने अपने आप को लड़के के हवाले कर दिया। दोनों लोग एक दूसरे के प्यार में ऐसे खोए कि दो जिस्म एक जान हो गये। लेकिन न जाने कहां से वहां पर तीन लड़के आ गये। उन्हें देखकर लड़की हक्का-बक्का रह गयी और अपने कपड़े सही करने लगी। यह देख कर एक लड़का उसका हाथ पकड़ता हुआ बोला- इतनी भी क्या जल्दी है मेरी रानी, हम भी तो तुम्हारे दिवाने हैं। थोड़ा हमारा भी तो मनोरंजन कर दो। लडकी ने अपने प्रेमी से मदद मांगी। मगर वह यह सब देखकर हंसता रहा। यह देख कर लड़की का हृदय धक्क से रह गया। यानी कि यह सब इसकी चाल थी? आगे लड़की कुछ सोच ही नहीं पाई। क्योंकि वे तीनों लड़के उसके शरीर पर भूखे भेडिए की तरह टूट पड़े और अपनी हवस की आग बुझाते रहे। वह लड़की मदद के लिए चिल्लाती रही और वे उसे नोचते-घसोटते चले। लगभग एक घंटे के बाद लड़की को होश आया, तो उसने अपने आपको नंग-धडंग पाया। वे तीनों लड़के और उसका प्रेमी वहां से जा चुके थे। लड़की की आंखों के आगे अंधेरा छा रहा था। उसकी दुनिया अंधेरे से भर चुकी थी। उसे अपना जीवन समाप्त होता हुआ लग रहा था। वह सोचती रही कि क्यों उसने उस बेवफा लड़के की बातों पर ऐतबार किया। क्यों मैं उसके साथ यहां पर आई। अब मैं क्या मुंह लेकर अपने घर जाऊंगी। अपने मां-बाप को क्या बताऊंगी। मेरा ये हाल देखकर वे तो जीतेजी मर जाएंगे। लड़की का गला बुरी तरह से सूख रहा था। वह किस तरह घिसटती हुई नदी के किनारे पहुंची। नदी का पानी कल-कल करता हुआ तेजी से बह रहा था। लड़की ने एक बार फिर अपने मजबूर मां-बाप, अपने बेवफा प्रेमी के बारे में सोचा और फिर नदी में छलांग लगा दी। अगले ही पल वह नदी में डूबने उतराने लगी। लेकिन अब न तो वह किसी को अपनी जान बचाने के लिए पुकार रही थी और न ही बचने के लिए संघर्ष कर रही थी। उसका मन ठहरे हुए जल की शांत था। वह भी अपने बेवफा प्रेमी के बारे में सोच रही थी कि क्यों उसने उसकी बातों पर इस तरह से ऐतबार कर लिया, क्यों मैंने उससे अंधा प्यार किया, क्यों मैंने उसके प्यार को जरूरत नहीं समझी? अगर मैं ऐसा कर पाती, तो शायद..... और फिर वह नदी की गहराई में डूबती चली गयी। दोस्तो किसी से प्यार करना, किसी पर ऐतबार करना बुरा नहीं है, लेकिन जज्बातों को पहचानने की क्षमता भी रखिए। किसी को अपना तन-मन सौंपने से पहले उसके परिणामों के बारे में भी जरूर सोचिए। नहीं तो आप भी धोखा खा सकते हैं, आप भी ठगे जा सकते हैं। स्टोरी अच्छी लगे तो plz> ..पेज जरूर like करे.. आपको यह कहानी कैसी लगी, हमें जरुर बताएं। और इसे शेयर करके अपने दोस्तों तक भी पहुंचाए। हो सकता है कि आपके इस प्रयास से किसी का जीवन संवर जाए।

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फेक न्यूज़ का जो पूरी तरह शिकार हो जाता हैं तंदुरुस्त होने के बावजूद भी बीमार हो जाता हैं